राजस्थान के पर्यटन स्थलों का वर्गीकरण राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों को मोटे रूप से तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता है। ये हैं ,
(अ) ऐतिहासिक ,(ब) भौगोलिक तथा (स) धार्मिक । यथा,
(अ) ऐतिहासिक -
पर्यटन स्थल-राजस्थान के गौरवमयी इतिहास के कारण राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्त्व के पर्यटन स्थल पाए जाते हैं। यथा,
(1) पुरातात्विक-पर्यटन स्थलों के रूप में हनुमानगढ़ में कालीबंगा व पीलीबंगा, उदयपुर में आहड़, जयपुर में बैराठ
और सीकर में गणेश्वर प्रसिद्ध हैं।
(2) ऐतिहासिक-पर्यटन स्थलों के रूप में जयपुर में हवामहल, आमेर का किला, जंतर-मतर; चित्तौड़गढ़ में विजयस्तंभ, राजसमंद में कुंभलगढ़ का किला, जोधपुर में मेहरानगढ़ किला, जैसलमेर में सोनारगढ़ किला, सवाई माधोपुर में रणथंभौर का किला, झालावाड़ में गागरोन का किला, जयपुर व उदयपुर में सिटी पैलेस आदि प्रमुख हैं।
(ब) भौगोलिक -
पर्यटन स्थल-राजस्थान के भौगोलिक पर्यटन स्थलों में जैसलमेर में मनमोहक रेत के टीले, उदयपुर में जयसमंद, फतेहसागर, पिछोला, उदयसागर आदि झीलें एवं शिल्पग्राम, सिरोही में माउण्ट आबू एवं नक्की झील, चित्तौड़गढ़ में चुलिया और मेनाल जल प्रपात, सवाई माधोपुर
में रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान, अलवर में सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान, भरतपुर में केवलादेव घना राष्ट्रीय पक्षी विहार, बाड़मेर में राष्ट्रीय मरु उद्यान व कोटा में चम्बल अभयारण्य प्रमुख हैं।
(स) धार्मिक पर्यटन -
स्थल-राजस्थान के रीति-रिवाजों व लोक संस्कृति में धर्म का बहुत महत्त्व है। यहाँ के तीर्थ स्थल व धार्मिक स्थल पर्यटन के प्रमुख केन्द्र माने जाते हैं। इनमें प्रमुख हैं-ब्रह्माजी का मंदिर (पुष्कर), ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह (अजमेर), कपिल सरोवर (कोलायत, बीकानेर), रामदेवरा (जैसलमेर), श्रीनाथ जी (नाथद्वारा, राजसमन्द), एकलिंगजी (उदयपुर) गोविंददेवजी (जयपुर), करणीमाता (बीकानेर), श्रीमहावीरजी (सवाई माधोपुर), त्रिपुरासुंदरी (बांसवाड़ा) आदि। इसके अतिरिक्त ऋषभदेव (उदयपुर), रणकपुर (पाली) और देलवाड़ा (सिरोही) के जैन मंदिर भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।