राजस्थान की जनजातियाँ ,
(1) निवास-राजस्थान में जनजातियाँ अधिकतर गाँवों में पहाड़ों, पठारों और जंगलों में निवास करती हैं। राजस्थान में जनजातीय आबांदी सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, बाँसवाड़ा जिलों में बहुतायत में है। इसके अतिरिक्त बारां, सवाई माधोपुर, करौली, टोंक, दौसा तथा जयपुर जिले में भी जनजातियाँ प्रमुख रूप से निवास करती हैं।
(2) जनसंख्या-जनगणना 2011 के अनुसार राजस्थान राज्य
की लगभग 135 प्रतिशत जनसंख्या जनजातियों की है।
(3) व्यवसाय-यहाँ की अधिकांश जनजातियाँ खेती, मजदूरी, जंगल के उत्पादं एकत्र कर अपना जीवन व्यतीत करती हैं।
(4) प्रमुख जनजातियाँ-राज्य की प्रमुख जनजातियाँ मीणा, भील, डामोर, सांसी, गरासिया और सहरियाँ हैं। राज्य की सर्वाधिक जनजातीय जनसंख्या मीणा जनजाति की है। भील राजस्थान की एक प्राचीन जनजाति है। डामोर जनजाति मुख्यतः डूंगरपुर जिले में, गरासिया मुख्यतः सिरोही, उदयपुर जिलों में, सांसी भरतपुर जिले में तथा सहरिया बारां जिले में सर्वाधिक है।