राजस्थान में पशुपालन-राजस्थान में पशुपालन आजीविका के प्रमुख माध्यमों में से एक है। राज्य के मरुस्थलीय और पर्वतीय क्षेत्र में कम वर्षा व कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहाँ पशुपालन ही जीविकोपार्जन का सहज माध्यम है। इन क्षेत्रों में कृषि के सीमित अवसर हैं, साथ ही औद्योगिक रोजगार के अवसर भी पर्याप्त नहीं हैं। ऐसी स्थिति में ग्रामीण लोगों को पशपालन से रोजगार के साथ-साथ आवश्यकता की कई वस्तुएँ प्राप्त हो जाती हैं। पशुपालन की दृष्टि से राजस्थान का देश में दूसरा स्थान है। राजस्थान में भारत का लगभग 11.27 प्रतिशत पशुधन पाया जाता है। राजस्थान में मरुस्थलीय ओर पर्वतीय क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी अधिकतर किसान खेती के साथसाथ पशुपालन करते हैं।