(a) जब मादा एनोफिलिज मलेरिया रोगी का रक्त चूसती है तो उसके साथ प्लाज्मोंडियम की अनेक अवस्था एनोफिलिज के अन्नपुट तक पहुँच जाती है। गैमीटोसाइट्स के अतिरिक्त सभी अवस्थाओं का पाचन हो जाता है। कम ताप के कारण मच्छर में गैमीटोसाइट्स सक्रिय हो जाते है। निषेचन के फलस्वरूप द्विगुणित जाइगोट का निर्माण होता है। यह क्रिया मादा एनोंफिलिज के अन्नपुट में सम्पन्न होती है।