समावयवता (Isomerism)-ऐसे दो या दो से अधिक यौगिक जिनके रासायनिक सूत्र (अणु सून) समान होते हैं परन्तु उनमें परमाणुओं की व्यवस्था भिन्न होती है, उन्हें एक-दूसरे के समावयवी कहते हैं तथा इस गुण को समावययता कहते हैं। परमाणुओं की भिन् व्यवस्थाओं के कारण इनके एक या अधिक भौतिक या रासायनिक गुणों में भिन्नता होती है। उपसहसंयोजन यौगिकों में दो प्रमुख प्रकार की समावयवताएँ होती हैं जिनको पुन: कई भागों में वर्गीकृत किया जाता है-
(a) त्रिविम समावयवता-
(i) ज्यामितीय समावयवता
(ii) ध्रुवण समावयवता
(b) संरचनात्मक समावयवता-
(i) बंधनी समावयवता
(ii) उपसहसंयोजन समावयवता या समन्वयी समावयवता
(iii) आयनन समावयवता
(iv) विलायकयोजन समावयवता या हाइड्रेट समावयवता
(v) लिगन्ड समावयवता
(vi) बहुलकीकरण समावयवता
(vii) उपसहसंयोजन स्थिति समावयवता