(d) सिग्माइड वृद्धि वक्र में लेग अवस्था में वृद्धि धीरे होती है। स्थिर अवस्था में वृद्धि दर स्थिर रहती है, तथा वृद्धावस्था में यह अवनत हो जाती है। चर घातांकीय अवस्था में वृद्धि, लोगरिथमिकली बढ़ती है। जनसंख्या से जुड़े सभी कारकों का (पहलुओं) अध्ययन जनसांख्यिकी कहलाता है। प्रतियुगल पर होने वाले बच्चों की संख्या उर्वरता कहलाती है। प्रति इकाई जनसंख्या पर एक निश्चित समय अवधि में होने वाली प्राकृतिक मृत्यएं मृत्यु-दर कहलाती है। तीन आयु समूहों की आनुपातिक उपस्थिति आयु-वितरण कहलाता है। विकासशील देशों में, बढ़ती उर्वरता व घटती मृत्युदर के कारण उच्च जन्मदर पायी जाती है।