(b) विकास की प्रक्रिया को व्याख्यातित करने का सर्वप्रथम प्रयास जे.वी. लैमार्क ने किया उनका मत है, उपार्जित लक्षणों की वंशागति। इस मत के अनुसार जीवनकाल मे अर्जित किये गये लक्षण सन्ततियों में स्थानान्तरित हो जाते हैं फिर अगली पीढ़ी में और इस प्रकार नयी जाति की उत्पत्ति होती है।