व्यापारिक फसलें-रबरं, मखाना, तम्बाकू, मिर्च, गन्ना ये सब। व्यापारिक फसलें हैं। रबर को छोड़कर बाकी फसलें बिहार में बहुतायत में उपजायी जाती हैं। ये फसलें कई उद्योगों के लिए कच्चे माल का काम करती है।
बागवानी फसलें – ये फसलें ‘ट्रक फार्मिंग’ के नाम से भी जानी जाती है। केला, आम, चीनी, फूलों आदि की घरेलू खपत खूब है । फूलों की खेती पर्व-त्योहारों, शादी-ब्याह और औषधियों की आपूर्ति करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।