निम्न अभिक्रिया के अनुसार $KMnO _4$ से $K _2 MnO _4$ बनाया जा सकता है:
$
\begin{aligned}
3 MnO _4^{2-}+2 H _2 O & \rightleftharpoons \\
& 2 MnO _4^{2-}+ MnO _2+4 OH ^{-}
\end{aligned}
$ इस अभिक्रिया को पूरा करने के लिये $OH ^{-}$आयनों की हटाने के लिये डालेगें:
संक्रमण धातुओं की प्रथम श्रेणी के एक के बाद एक आने वाले चार सदस्य नीचे लिखे जाते है। इनमें से किसके लिये मानक विभव $\left( E _{ M ^{2+} / M }^0\right)$ का मान धनात्मक चिन्ह वाला है।
$Cr ^{2+}, Mn ^{2+}, Fe ^{2+}$ तथा $Co ^{2+}$ का d-इलेक्ट्रॉन विन्यास क्रमशः $d ^4, d ^5, d ^6$ और $d ^7$ हैं। निम्नलिखित में कौन न्यूनतम अनुचुम्बकीय व्यवहार प्रदर्शित करेगा? (प. क्र. $Cr =24, Mn =25, Fe =26, Co =27$ )
$CuSO _4$ जब $KCN$ से अभिक्रिया करता है तो $CuCN$ का निर्माण करता है जो जल में अघुलनशील है। यह $KCN$ की अधिकता में निम्नलिखित किस जटिल यौगिक का निर्माण के कारण घुलनशील है?
जब एक तत्व को उसके अयस्क से निष्कर्षित किया जाता है तो अयस्क को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ कर तनु पोटैशियम सायनाइड विलयन से साफ किया जाता है जिससे घुलनशील पौटेशियम अर्जन्टो सायनाइड का निर्माण होता है, यह तत्व है :
संकुल $\left[ M ( en )_2\left( C _2 O _4\right)\right] Cl$ (जहाँ en ईथिलीनडाइऐमीन है) में धातु $M$ की उपसहसंयोजन संख्या एवं ऑक्सीकरण संख्या का योग है :
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