एक कार्बनिक यौगिक $A \left( C _4 H _9 Cl \right)$ डाईइथाइल ईथर में $Na$ के साथ अभिक्रिया कर एक हाइड्रोकार्बन देता है जो मोनोक्लोरीनीकरण के पश्चात एक क्लोरो उत्पाद देता है। $A$ है :-
इथेनॉल तथा डाइमिथाइल ईथर क्रियात्मक समावयव युग्म का निर्माण करते है। इथेनॉल का क्वथनांक डाइमिथाइल ईथर से अधिक होता है। यह निम्नलिखित में से किस की उपस्थिति के कारण होता है?
प्रोपीन, $\left( CH _3 CH = CH _2\right)$ उपचयन द्वारा 1-प्रोपेनॉल में परिवर्तित हो जाता है। निम्नलिखित में से कौन सा अभिकर्मक उपरोक्त परिवर्तन में प्रभावी हो सकता है?
एक आर्गेनिक यौगिक ' $A$ ' $NH _3$ के साथ उपचारित होने पर ' $B$ ' देता है जो तप्त करने पर ' $C$ ' , देता है। जब ' $C$ ' $Br _2$ के साथ $KOH$ की उपस्थिति में उपचारित किया जाता है तब एथिलएमीन देता है। यौगिक ' $A$ ' है
एक कार्बोनाइल यौगिक हाइड्रोजन साइनाइड़ से अभिक्रिया कर साइनोहाइड्रीन प्रदान करता है जो जल अपघटन द्वारा $\alpha$-हाइड्रॉक्सी अम्ल के रेसीमिक मिश्रण का निर्माण करता है। यह कार्बोनाइल यौगिक है:
एक एस्टर (A) का अणुसूत्र $C _9 H _{10} O _2$ है जिसकी $CH _3 MgBr$ की अधिकता में अभिक्रिया करायी गयी और इस प्रकार बने जटिल यौगिक की $H _2 SO _4$ के साथ अभिक्रिया करायी गयी जिससे ओलीफीन (B) प्राप्त हुआ,$B$ के ओजोनोलिसिस से कीटोन प्राप्त हुआ, जिसका अणुसूत्र $C _8 H _8 O$ हैं। यह आयोडोफार्म परीक्षण प्रकट करता है। (A) का संरचना सूत्र है:
$\left( CH _3\right)_2 C = CHCOCH _3$ के उपचयन से $\left( CH _3\right)_2 C =$ $CHCOOH$ बनता है। निम्नलिखित में से कौन सा अभिकर्मक इस अभिक्रिया में उपयोग किया जाएगा
निर्देशित करें कि निम्नलिखित में से कौन सा नाइट्रोजन यौगिक हॉफमान अभिक्रिया प्रदर्शित करता है। अर्थात $Br _2$ तथा शक्तिशाली $KOH$ के साथ अभिक्रिया पर प्राइमरी एमीन $\left( R - NH _2\right)$ देता है?
उपरोक्त संघनन बहुलक दो प्रकार से प्राप्त किया जा सकता है या तो एसीटॉन के तीन अणुओं की सान्द्र $H _2 SO _4$ से अभिक्रिया द्वारा अथवा प्रोपाइलीन $\left( CH _3 C = CH \right)$ को लाल तप्त नली से प्रवाहित करने पर। यह बहुलक है-
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