10 cm त्रिज्या की 100 कसकर लपेटे गए फेरों की किसी ऐसी कुंडली पर विचार कीजिए जिससे 1 A विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है। कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण क्या है?
उदाहरण - 4.7
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Similar Questions

  • 1
    $10$ सेमी लम्बाई और $10^{-3}$ मी$^{2}$ अनुप्रस्थ काट के एक क्षेत्र में $100\ G(1\ G = 10^{-4}\ T)$ का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र चाहिए। जिस तार से परिनालिंका का निर्माण करना है उसमें अधिकतम $15\ A$ विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है और क्रोड पर अधिकतम $1000$ फेरे प्रति मीटर लपेटे जा सकते हैं। इस उद्देश्य के लिए परिनालिका के निर्माण का विवरण सुझाइए। यह मान लीजिए कि क्रोड लोह$-$चुम्बकीय नहीं है।
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  • 2
    प्रश्न 4.16 वर्णित हेमहोल्टज कुंडलियों का उपयोग करके किसी लघुक्षेत्र में 0.75 T का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र स्थापित केया है। इसी क्षेत्र में कोई एकसमान स्तिर वैद्युत क्षेत्र कुंडलियों के उभयनिष्ठ अक्ष के लम्बवत लगाया जाता है। (एक ही प्रकार के) आवेशित कणों का 15 kV विभवांतर पर त्वरित एक संकीर्ण किराण पुंज इस क्षेत्र में दोनों कुंडलियों के अक्ष तथा रिथर वैद्युत क्षेत्र की लम्बवत् दिशा के अनुदिश प्रवेश करता है। यदि यह किरण पुंज $9.0 \times 10^{-5} \mathrm{Vm}^{-1}$, स्थिरवैद्युत क्षेत्र में अविक्षेपित रहता है तो यह अनुमान लगाइए कि किरण पुंज में कौन से कण हैं। यह स्पष्ट कीजिए कि यह उत्तर एकमात्र उत्तर क्यों नहीं है।
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  • 3
    एक आवेशित कण, एक ऐसे शक्तिशाली असमान चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है जिसका परिमाण एवं दिशा दोनों एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु पर बदलते जाते हैं, एक जटिल पथ पर चलते हुए इसके बाहर आ जाता है। यदि यह मान लें कि चुम्बकीय क्षेत्र में इसका किसी भी दूसरे कण से कोई संघट्ट नहीं होता तो क्या इसकी अंतिम चाल, प्रारंभिक चाल के बराबर होगी?
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  • 4
    एक सीधी, क्षैतिज चालक छड़ जिसकी लम्बाई 0.45 मी. एवं द्रव्यमान 60 g है इसके सिरों पर जुड़े दो ऊर्ध्वाधर तारों पर लटकी हुई है। तारों से होकर छड़ में 5.0 A विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है।
    1. चालक के लम्बवत कितना चुम्बकीय क्षेत्र लगाया जाए कि तारों में तनाव शून्य हो जाए।
    2. चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा यथावत रखते हुए यदि विद्युत धारा की दिशा उत्क्रमित कर दी जाए तो तारों में कुल तनाव कितना होगा ? (तारों के द्रव्यमान की उपेक्षा कीजिए)$g=9.8 \mathrm{~ms}^{-2}$l
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  • 5
    एक वृत्ताकार कुंडली जिसमें $20$ फेरे हैं और जिसकी त्रिज्या $10$ सेमी. है, एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखी है जिसका परिमाण $0.10\  T$ है और जो कुंडली के तल के लम्बवत है। यदि कुंडली में $5.0\  A$ विद्युत धारा प्रवाहित हो रही हो तो,
    1. कुडंली पर लगने वाला कुल बलयुग्म आघूर्ण क्या है$?$
    2. कुंडली पर लगने वाला कुल परिणामी बल क्या है$?$
    3. चुम्बकीय क्षेत्र के कारण कुंडली के प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला कुल औसत बल क्या है$?$
      $($कुंडली $10^{-5} m^2$ अनुप्रस्थ क्षेत्र वाले ताँबे के तार से बनी है, और ताँबे में मुक्त इलेक्ट्रॉन घनत्व $10^{29} m^{-3}$ दिया गया है $)$
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  • 6
    6$ \times 10^{-4} \mathrm{~T}$के चुंबकीय क्षेत्र के लंबवत 3 $\times 10^{7} $m/s की चाल से गतिमान किसी इलेक्ट्रॉन (द्रव्यमान 9 $\times 10^{-31} \mathrm{~kg}$ तथा आवेश 1.6 $\times 10^{-19} \mathrm{C}$) के पथ की त्रिज्या क्या है? इसकी क्या आवृत्ति होगी? इसकी ऊर्जा KeV में परिकलित कीजिए। $\left(1 \mathrm{eV}=1.6 \times 10^{-19} \mathrm{~J}\right)$
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  • 7
    किसी प्रकोष्ठ में एक ऐसा चुम्बकीय क्षेत्र स्थापित किया गया है जिसका परिमाण तो एक बिन्दु पर बदलता है, पर दिशा निश्चित है (पूर्व से पश्चिम)। इस प्रकोष्ठ में एक आवेशित कण प्रवेश करता है और अविचलित एक सरल रेखा में अचर वेग से चलता रहता है। आप कण के प्रारम्भिक वेग के बराबर में क्या कह सकते हैं।
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  • 8
    एक प्रकोष्ठ में $6.5 G \ (1 G = 10^{-4}T)$ का एकसमान चुंबकीय क्षेत्र बनाए रखा गया है। इस चुंबकीय क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन $4.8 \times 10^6 ms^{-1}$ के वेग से क्षेत्र के लंबवत भेजा गया है। वृत्ताकार कक्षा में इलेक्ट्रॉन की परिक्रमण आवृत्ति प्राप्त कीजिए। क्या यह उत्तर इलेक्ट्रॉन के वेग पर निर्भर करता है? व्याख्या कीजिए।
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  • 9
    किसी गैल्वोनोमीटर की कुंडली का प्रतिरोध 12 $\Omega$ है। 4 mA की विद्युत धारा प्रवाहित होने पर यह पूर्णस्केल विक्षेप दर्शाता है। आप इंस गैल्वेनोमीटर को 0 से 18 V परास वाले वोल्टमीटर में कैसे रूपातंरित करेंगे?
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  • 10
    1. किसी चिकने क्षैतिज तल पर कोई विद्युत धारावाही वृत्ताकार पाश रखा है। क्या इस पाश के चारों ओर ऐसा चुंबकीय क्षेत्र स्थापित किया जा सकता है कि यह पाश अपने अक्ष के चारों ओर स्वयं चक्कर लगाए (अर्थात ऊर्ध्वाधर अक्ष के चारों ओर)।
    2. कोई विद्युत वाही वृत्ताकार पाश किसी एकसमान बाह्य चुंबकीय क्षेत्र में स्थित है। यदि यह पाश घूमने के लिए स्वतंत्र है, तो इसके स्थायी संतुलन का दिक्विन्यास क्या होगा। यह दर्शाइए कि इसमें कुल क्षेत्र (बाह्य क्षेत्र + पाश द्वारा उत्पन्न क्षेत्र) का फ्लक्स अधिकतम होगा।
    3. अनियमित आकृति का कोई विद्युत धारावाही पाश किसी बाह्य चुंबकीय क्षेत्र में स्थित है। यदि तार लचीला है तो यह वृत्ताकार आकृति क्यों ग्रहण कर लेता है?
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