एक प्रकोष्ठ में $6.5 G \ (1 G = 10^{-4}T)$ का एकसमान चुंबकीय क्षेत्र बनाए रखा गया है। इस चुंबकीय क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन $4.8 \times 10^6 ms^{-1}$ के वेग से क्षेत्र के लंबवत भेजा गया है। वृत्ताकार कक्षा में इलेक्ट्रॉन की परिक्रमण आवृत्ति प्राप्त कीजिए। क्या यह उत्तर इलेक्ट्रॉन के वेग पर निर्भर करता है? व्याख्या कीजिए।
Exercise - 4.12
Download our app for free and get startedPlay store
SELF STUDY
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    $10$ सेमी लम्बाई और $10^{-3}$ मी$^{2}$ अनुप्रस्थ काट के एक क्षेत्र में $100\ G(1\ G = 10^{-4}\ T)$ का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र चाहिए। जिस तार से परिनालिंका का निर्माण करना है उसमें अधिकतम $15\ A$ विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है और क्रोड पर अधिकतम $1000$ फेरे प्रति मीटर लपेटे जा सकते हैं। इस उद्देश्य के लिए परिनालिका के निर्माण का विवरण सुझाइए। यह मान लीजिए कि क्रोड लोह$-$चुम्बकीय नहीं है।
    View Solution
  • 2View Solution
  • 3
    1.5 T का एक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र, 10.0 सेमी. त्रिज्या के बेलनाकार क्षेत्र में विद्यमान है। इसकी दिशा अक्ष के समान्तर पूर्व से पश्चिम की ओर है। एक तार जिसमें 7.0 A विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है इस क्षेत्र में होकर उत्तर से दक्षिण की ओर गुजरती है। तार पर लगने वाले बल का परिमाण और दिशा क्या है, यदि
    1. तार अक्ष को काटता हो,
    2. तार N-S दिशा से घुमाकर उत्तर-पूर्व दिशा में कर दिया जाए,
    3. N-S दिशा में रखते हुए ही तार को अक्ष से 6.0 सेमी. नीचे उतार दिया जाए।
    View Solution
  • 4
    10 cm त्रिज्या की 100 कसकर लपेटे गए फेरों की किसी ऐसी कुंडली पर विचार कीजिए जिससे 1 A विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है। कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण क्या है?
    View Solution
  • 5
    किसी प्रकोष्ठ में एक ऐसा चुम्बकीय क्षेत्र स्थापित किया गया है जिसका परिमाण तो एक बिन्दु पर बदलता है, पर दिशा निश्चित है (पूर्व से पश्चिम)। इस प्रकोष्ठ में एक आवेशित कण प्रवेश करता है और अविचलित एक सरल रेखा में अचर वेग से चलता रहता है। आप कण के प्रारम्भिक वेग के बराबर में क्या कह सकते हैं।
    View Solution
  • 6
    तार की एक वृत्ताकार कुण्डली में 100 फेरे हैं, प्रत्येक की त्रिज्या 8.0 सेमी. है और इनमें 0.40 A विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है। कुंडली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण क्या है?
    View Solution
  • 7
    एक आवेशित कण, एक ऐसे शक्तिशाली असमान चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है जिसका परिमाण एवं दिशा दोनों एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु पर बदलते जाते हैं, एक जटिल पथ पर चलते हुए इसके बाहर आ जाता है। यदि यह मान लें कि चुम्बकीय क्षेत्र में इसका किसी भी दूसरे कण से कोई संघट्ट नहीं होता तो क्या इसकी अंतिम चाल, प्रारंभिक चाल के बराबर होगी?
    View Solution
  • 8
    एक प्रकोप्ठ में $6.5\ G(1G = 10^{−4} T)$ का एकसमान चुंबकीय क्षेत्र बनाए रखा गया है। इस चंबकीय क्षेत्र में एक छलेक्ट्रॉन $4.8 \times 10^{6} \mathrm{~m} \mathrm{~s}^{-1}$ के वेग से क्षेत्र के लंबवत भेजा गया है। न्यास्या कीजिए कि इस इलेक्ट्रॉन का पथ वृत्ताकार क्यों होगा$?$ वृत्ताकार कक्षा की किज्या ज्ञात कीजिए। $(e=1.6 \times 10^{-19} \mathrm{C}, m_{\mu}=9.1 \times 10^{-11} \mathrm{~kg})$
    View Solution
  • 9
    एक परिनालिका जो $60$ सेमी. लम्बी है, जिसकी त्रिज्या $4.0$ सेमी है और जिसमें $300$ फेरों वाली $3$ परतें लपेटी गई हैं। इसके भीतर एक $2.0$ सेमी. लम्बा, $2.5\ g$ द्रव्यमान का तार इसके $($केन्द्र के निकट$)$ अक्ष के लम्बवत् रखा है। तार एवं परिनालिका का अक्ष दोनों क्षैतिज तल में हैं। तार को परिनालिका के समान्तर दो वाही संयोजकों द्वारा एक बाह्य बैटरी से जोड़ा गया है जो इसमें $6.0 A$ विद्युत धारा प्रदान करती है। किस मान की विद्युत धारा $($परिवहन की उचित दिशा के साथ$)$ इस परिनालिका के फेरों में प्रवाहित होने पर तार का भार सँभाल सकेगी$? g = 9.8\  ms^{-2}$
    View Solution
  • 10
    एक वृत्ताकार कुंडली जिसमें $20$ फेरे हैं और जिसकी त्रिज्या $10$ सेमी. है, एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखी है जिसका परिमाण $0.10\  T$ है और जो कुंडली के तल के लम्बवत है। यदि कुंडली में $5.0\  A$ विद्युत धारा प्रवाहित हो रही हो तो,
    1. कुडंली पर लगने वाला कुल बलयुग्म आघूर्ण क्या है$?$
    2. कुंडली पर लगने वाला कुल परिणामी बल क्या है$?$
    3. चुम्बकीय क्षेत्र के कारण कुंडली के प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला कुल औसत बल क्या है$?$
      $($कुंडली $10^{-5} m^2$ अनुप्रस्थ क्षेत्र वाले ताँबे के तार से बनी है, और ताँबे में मुक्त इलेक्ट्रॉन घनत्व $10^{29} m^{-3}$ दिया गया है $)$
    View Solution