अवतल दर्पण में आभासी एवं सीधा प्रतिबिंब तभी बनता है जब बिंब मुख्य फोकस और ध्रुव के बीच हो। चूँकि अवतल दर्पण की फोकस दूरी 15 cm है, अर्थात ध्रुव और फोकस के बीच की दूरी 15 cm है। इसलिए बिंब को 0 cm से 15 cm के बीच दर्पण के सामने रखना चाहिए, तभी सीधा प्रतिबिंब बनता है।
प्रतिबिंब की प्रकृतिः आभासी एवं सीधा
प्रतिबिंब का आकार: वस्तु से बड़ा
द्रव्यात्मक माध्यम | अपवर्तनांक | द्रव्यात्मक माध्यम | अपवर्तनांक |
---|---|---|---|
वायु | 1.0003 | कनाडा बालसम | 1.53 |
बर्फ़ | 1.31 | खनिज नमक | 1.54 |
जल | 1.33 | कार्बन डाइसल्फाइड | 1.63 |
ऐलकोहॉल | 1.36 | सघन फ्लिंट काँच | 1.65 |
किरोसिन | 1.44 | रूबी (मणिक्य) | 1.71 |
संगलित क्वार्ट्ज़ | 1.46 | नीलम | 1.77 |
तारपीन का तेल | 1.47 | हीरा | 2.42 |
बेंजीन | 1.50 | ||
क्राउन काँच | 1.52 |
द्रव्यात्मक माध्यम | अपवर्तनांक | द्रव्यात्मक माध्यम | अपवर्तनांक |
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वायु | 1.0003 | कनाडा बालसम | 1.53 |
बर्फ़ | 1.31 | खनिज नमक | 1.54 |
जल | 1.33 | कार्बन डाइसल्फाइड | 1.63 |
ऐलकोहॉल | 1.36 | सघन फ्लिंट काँच | 1.65 |
किरोसिन | 1.44 | रूबी (मणिक्य) | 1.71 |
संगलित क्वार्ट्ज़ | 1.46 | नीलम | 1.77 |
तारपीन का तेल | 1.47 | हीरा | 2.42 |
बेंजीन | 1.50 | ||
क्राउन काँच | 1.52 |