आन्दोलनकारी समूह-आन्दोलनकारी समूह वे समूह होते हैं जो प्रत्यक्ष रूप से चुनाव में भाग लेने की बजाय राजनीति को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। वे मार्च, हड़ताल तथा विरोध प्रदर्शन द्वारा सरकार का ध्यान किसी खास मुद्दे की तरफ खींचने का प्रयास करते हैं।
आन्दोलनों के प्रकार-ये आन्दोलनकारी समूह निम्न प्रकार के होते हैं-
(1) एक ही मुद्दे से सम्बन्धित आन्दोलन अधिकतर आन्दोलन किसी खास मुददे पर केन्द्रित होते हैं। ऐसे आन्दोलन एक सीमित समय-सीमा के भीतर किसी एक लक्ष्य को पाना चाहते हैं। ऐसे आन्दोलनों में नेतृत्व बड़ा स्पष्ट होता है और उनका संगठन भी होता है लेकिन ये बहुत थोड़े समय तक ही सक्रिय रह पाते हैं। नेपाल में लोकतन्त्र का आन्दोलन, नर्मदा बचाओ आन्दोलन इसके अच्छे उदाहरण हैं।
(2) एक से अधिक मुद्दे वाले आन्दोलन-कुछ आन्दोलन ज्यादा सार्वभौम प्रकृति के होते हैं। इनमें एक से अधिक मुद्दे होते हैं तथा ये लम्बे समय तक चलते हैं। ऐसे आन्दोलनों के नियन्त्रण अथवा दिशा-निर्देश के लिए कोई एक संगठन नहीं होता। पर्यावरण के आन्दोलन तथा महिला आन्दोलन ऐसे आन्दोलनों के उदाहरण हैं।