अल्लूरी सीताराम राजू आन्ध्रप्रदेश के गूडेम पहाड़ियों में रहने वाले आदिवासी किसानों के नेता थे। उन्होंने लोगों को खादी पहनने तथा शराब छोड़ने के लिए प्रेरित किया। उनकी मान्यता थी कि भारत अहिंसा के बल पर नहीं, बल्कि बल प्रयोग के द्वारा ही स्वतन्त्र हो सकता है। 1924 में राजू को फांसी दे दी गई।