औद्योगिक तन्त्र में निवेश, प्रक्रम और निर्गत शामिल हैं। निवेश में कच्चे माल, श्रम और भूमि की लागत, जल, परिवहन, विद्युत और अन्य आधारभूत संरचना शामिल हैं। प्रक्रम में कई तरह के क्रियाकलाप शामिल हैं जो कच्चे माल को परिष्कृत माल में परिवर्तित करते हैं। निर्गत अन्तिम उत्पाद और इससे अर्जित आय है। उदाहरण के लिए, सूती वस्त्र उद्योग के सन्दर्भ में कपास, मानव श्रम, कारखाना और परिवहन लागत निवेश हो सकते हैं; प्रक्रमों में ओटाई, कटाई, बुनाई, रंगाई और छपाई शामिल हैं तथा उससे निर्मित शर्ट-पेन्ट उत्पादन हैं।