अवक्षय परत में होते हैं
[1999]
Download our app for free and get startedPlay store
(d) $p$-प्रकार तथा $n$-प्रकार से छिद्र व इलैक्ट्रान के विसरण की वजह से ही अवक्षय परत बनती है। अतः दाता तथा ग्राही '+ve' तथा '-ve' आवेश होकर $p - n$ संधि डायोड बनाते हैं। अतः दाता तथा ग्राही दोनों ही अचलनशील होंगे।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    एक अर्द्धतरंग तरंग दिष्टकारी में 10VA.C. का अधिकतम मान भेजा गया। यदि फिल्टर नहीं लगाया गया है तो आउटपुट d.c. का मान होगा
    View Solution
  • 2
    $C$ और $Si$ की एक सी जालक संरचना होती है। दोनों में 4 आबंधक इलेक्ट्रॉन होते हैं। किन्तु $C$ एक रोधी है और $Si$ एक अर्द्धचालक क्योंकि :
    View Solution
  • 3
    दिए गए परिपथ में निर्गतमान $y=1$ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित में कौन सा निवेशीमान सही होगा?

    View Solution
  • 4
    एक ट्रायोड को एमप्लिफोंयर की तरह कार्य में लाया गया तो इनपुट तथा आउटपुट वोल्टेज सिग्नल के बीच कलान्तर होगा
    View Solution
  • 5
    $OR$ गेट का आउटपुट 1 होगा
    View Solution
  • 6
    एक $p - n$ सन्धि डायोड में
    View Solution
  • 7
    परम शून्य ताप पर $Si$ कार्य करेगा
    View Solution
  • 8
    दिये गये चित्र में टर्मिनल $A$ तथा $C$ के आगे से इनपुट दी गयी तथा $B$ व $D$ के आगे से आउटपुट ली गयी तो आउटपुट होगा

    View Solution
  • 9
    परिपथ

    समतुल्य होगा:
    View Solution
  • 10
    सोडियम में संकुलन काय केन्द्रित होता है। दो निकटतम परमाणुओं के बीच की दूरी $3.7 A$ होती है। लेटिस पैरामीटर $($ जालक पराचल $)$ होगा:-
    View Solution