भारत में अनाज की मात्रा में तो कोई कमी नहीं है । पर, सरकारी गोदामों में लाखों टन अनाज सड़ते रहते हैं। राशन दूकान वालों तक अच्छा अनाज पहुँचते भी हैं तो अच्छा अनाज वे बेच खाते हैं और लोगों को खराब अनाज खरीदकर देते हैं ।
इस खेल में उनकी जेब गर्म होती है । खुले बाजार में भी काफी राशन रहती है फिर भी बड़े व्यापारी कालाबाजारी करने के लिए काफी खाद्य सामग्री छुपाकर संग्रहित किये रहते हैं। इसी कारण, भारत में अनाज की मात्रा पर्याप्त होने के बावजूद कई लोगों को भरपेट भोजन नहीं मिल पाता।