इस काल में हुए नये-नये वैज्ञानिक उपकरणों के आविष्कारों ने समुद्री यात्रा अर्थात् भौगोलिक खोजों को आसान कर दिया। जैसे दिशासूचक यंत्र, दूरबीन तथा मानचित्र के सुधार एवं, नई किस्म के हल्केऔर तेज चाल से चलने वाले जहाज ‘केरावल’ के बनने से भौगोलिक खोज आसान हो गए । इन सभी का बड़ा ही योगदान रहा।