मुद्रित सामग्री का सबसे बड़ा उत्पादक चीनी राजतन्त्र था। सिविल सेवा परीक्षा से नियुक्त चीन के प्रशासनिक अधिकारियों की संख्या बहुत अधिक थी। इसलिए चीनी राजतन्त्र इन परीक्षाओं के लिए बहुत बड़ी संख्या में पुस्तकें छपवाता था। सोलहवीं सदी में परीक्षा देने वालों की संख्या बढ़ने से छपी हुई पुस्तकों की संख्या भी बढ़ गई।