मुद्रण संस्कृति ने निम्न प्रकार से फ्रांसीसी क्रान्ति के लिए परिस्थितियाँ उत्पन्न की-
मुद्रण संस्कृति के कारण ज्ञानोदय के चिंतकों के विचारों का बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार हुआ।
इसने वाद-विवाद की नई संस्कृति को जन्म दिया।
इसने राजशाही तथा धर्मांधता की भरपूर आलोचना की।