धातु के एक पतले खोखले गोले (गोलीय कोश) की त्रिज्या 30 सेमी. तथा उस गोलीय कोश पर 500 µC का आवेश है। कोश के केन्द्र से (i) 1 मीटर की दूरी पर, (ii) 30 सेमी. दूरी पर, (iii) 10 सेमी. दूरी पर विधुत क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात कीजिए।
Download our app for free and get startedPlay store
स्वप्रयत्न
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    एक $10$ सेमी. व्यास के गोले को आवेशित किया जाता है जिससे इसके पृष्ठ पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता $5 \times 10^6$ वोल्ट प्रति मीटर हो जाती है। गोले के केन्द्र से $25$ सेमी. दूरी पर स्थित $5 \times 10^{-2}$​​​​​​​ माइक्रो कूलॉम आवेश पर कितना बल लगेगा?
    View Solution
  • 2
    दो विद्युतरोधी आवेशित ताँबे के गोले '$A$' एवं '$B\ $' जो आकार में सर्वसम हैं, के केन्द्रों के बीच की दूरी $50$ सेमी. तथा दोनों पर पृथक$-$पृथक आवेश $6.5\times 10^{-7} C$ है। इसी आकार का एक तीसरा अनावेशित गोला '$C\ $' सर्वप्रथम पहले गोले '$A$' के सम्पर्क में तत्पश्चात् दूसरे गोले '$B\ $' के सम्पर्क में लाकर अन्ततः दोनों से ही हटा लिया जाता है, तब '$A$' व '$B\ $' गोलो के मध्य लगने वाले प्रतिकर्षण बल का मान ज्ञात करो।
    View Solution
  • 3
    दो बिन्दु आवेश 5 µC तथा- 5 µC एक-दूसरे से 1 सेमी. की दूरी पर रखे हैं। इनके मध्य बिन्दु से 0.30 मीटर की दूरी पर (i) अक्षीय स्थिति में, (ii) निरक्षीय स्थिति में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता की गणना कीजिए।
    View Solution
  • 4
    $(+) 3.2 \times 10^{-19}$ कूलॉम तथा $3.2 \times 10^{-19}$ कूलॉम के दो विन्दु आवेश एक$-$दूसरे से $2.4 \times 10^{-10}$ मीटर की दूरी पर रखे हैं। यह द्विध्रुव $3 \times 10^4$ न्यूटन /कूलॉम तीव्रता के क्षेत्र में क्षेत्र की दिशा से $30^\circ$ कोण पर रखा है। इस पर कार्य करने वाले बल$-$युग्म के आघूर्ण का मान ज्ञात कीजिए। इस आघूर्ण का अधिकतम मान क्या होगा$?$
    View Solution
  • 5
    अनन्तरेखीय आवेष के कारण किसी बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का परिकलन कीजिए। आवष्यक चित्र बनाइए ।
    View Solution
  • 6
    विद्युत आवेश कम आयतन में वितरित है। 10 cm त्रिज्या के गोलीय पृष्ठ से घिरे कुल आवेश से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स 10 Vm है। तब 20 cm त्रिज्या के संकेन्द्रीय गोले से सम्बद्ध फ्लक्स कितना होगा?
    View Solution
  • 7
    समरूप विद्युत क्षेत्र $1.6 \times 10^5 \ V/m$ में स्थित $a$ कण का द्रव्यमान $6.4 \times 10^{-27}\ Kg$ है तथा आवेश $3.2 \times 10^{-19} C$ है। विराम स्थिति में $2 \times 10^{-2}m$ का पथ तय करने के बाद कण का वेग क्या होगा ?
    View Solution
  • 8
    दो धनात्मक बिन्दु आवेश 12 µC तथा 5 µC, वायु में परस्पर 10 cm पर उपस्थित हैं। इन्हें 4 cm तक निकट लाने में आवश्यक कार्य की गणना कीजिए।
    View Solution
  • 9
    दो आवेश वायु में कुछ दूरी पर रख दिये गये हैं-
    (अ) यदि उनके बीच एक काँच की स्लेब जिसका परावैद्युतांक 8 है रख दी जाये तो उनके बीच कार्य करने वाले बल के परिमाण में क्या परिवर्तन होगा?
    (ब) यदि पीतल का टुकड़ा रख दिया जाये तो क्या होगा?
    View Solution
  • 10
    त्रिज्या a तथा b के दो एक केन्द्री गोलों के बीच के स्थान में आयतन आवेश-घनत्व $\rho=\frac{ A }{ r }$ है, जहाँ A स्थिरांक है तथा r दूरी है। गोलों के केन्द्र पर एक बिन्दु आवेश Q है।
    A का वह मान बताइये जिससे गोलों के बीच के स्थान में एकसमान विद्युत क्षेत्र हो।
    View Solution