धातुमूर्ति निर्माण के लुप्त मोम तकनीक के क्या लाभ हैं?
Download our app for free and get startedPlay store
धातुमूर्ति निर्माण के लुप्त मोम तकनीक के अनेक लाभ थे । पहला लाभ तो यह था कि इस तकनीक से मनचाही आकृति की मूर्ति बनाई जाती थी । मोम बर्बाद नहीं होता था । पिघलाकर निकालने के बाद उसे पुनः ठोस रूप में प्राप्त कर लिया जाता था। इस तकनीक में कम ही समय में अधिक मूर्तियाँ बनाई जा सकती थीं।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    सुमेल करें :
    1. मंदिर नगर – (i) दिल्ली
    2. तीर्थ स्थल – (ii) तिरुपति
    3. प्रशासनिक नगर – (iii) गोआ
    4. बन्दरगाह नगर – (iv) पटना
    5. वाणिज्यिक नगर – (v) पुष्कर
    View Solution
  • 2
    मध्यकालीन भारत में आयात-निर्यात की वस्तुओं की सूची बनाइए।
    View Solution
  • 3
    इस अध्याय में वर्णित शहरों की तुलना अपने जिले में स्थित शहरों से करें। क्या दोनों के बीच कोई समानता या असमानता है?
    View Solution
  • 4
    व्यापारिक वस्तुओं के यातायात के क्या साधन थे?
    View Solution
  • 5
    लोगों के जीवन में मेले एवं हाटों की भूमिका का वर्णन कीजिए।
    View Solution
  • 6
    आपके विचार से मंदिरों के आसपास नगर क्यों विकसित हुए?
    View Solution
  • 7
    शासक, व्यापारी एवं धनाढ्य लोग मंदिर क्यों बनवाते थे?
    View Solution
  • 8
    शहरों में कौन-कौन लोग रहते थे ?
    View Solution