दो जीवाणु जो जेनेटिक इंजीनियरिंग के प्रयोगों में काफी उपयोगी है
[1998]
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(a) इशरिशिया तथा एग्रोबैक्टीरियम दोनों का उपयोग जेनेटिक इंजीनियरिंग में वेक्टर के रुप में किया जाता है। नाइट्रोबैक्टर, नाइट्राइड को नाइट्रेट में बदलता है। एजोटोबैक्टर एक स्वतंत्र जीवी नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाला जीवाणु है। नाइट्रोसोमोनास अमोनिया के नाइट्रेट में बदलता है। राइजोबियम एक सहजीवी नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाले जीवाणु हैं जो मटर कुल के पौधों की जड़ों की गाँठ में रहता है। डिप्लोकोकस न्यूमोनी न्यूमोनिया बीमारी करता है।
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