दो परस्पर लम्ववत् धारावाही लम्बे सीधे तारों कारण किसी बिन्दु पर परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र शून्य कब हो सकता हैं?
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यदि x - y तल में स्थित बिन्दु P के निर्देशांक (x - y) हैं तो परस्पर लम्बवत् धारावाही चालक तारों के कारण चुम्बकीय क्षेत्र क्रमशः $B_1=\frac{\mu_o i_1}{2 \pi x}$ तथा $B_2=\frac{\mu_o i_2}{2 \pi y}$ जिनकी दिशायें Z अक्ष के अनुदिश होंगी। यदि ये क्षेत्र बराबर तथा विपरीत हैं तो परिणामी क्षेत्र शून्य होने के लिये $\begin{aligned} B_1 & =B_2 \\ \frac{\mu_0 i_1}{2 \pi x} & =\frac{\mu_0 i_2}{2 \pi y} \\ \frac{i_1}{x} & =\frac{i_2}{y} \\ \frac{i_1}{i_2} & =\frac{x}{y}\end{aligned}$ जबकि ये धारायें मूल बिन्दु से बाहर की ओर इंगित हों।
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एक धारामापी का प्रतिरोध $30 \Omega$ है। इसमें 2 mA की धारा पूर्ण स्केल विक्षेप देती है। इसका (0-0.3A) परास का अमीटर बनाने के लिए आवश्यक प्रतिरोध की गणना कीजिए।
एक लम्बे तार को चित्रानुसार मोड़ा गया है। इसमें $i$ ऐम्पियर धारा प्रवाहित करने पर वृत्तीय भाग के केन्द्र $0$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान व दिशा ज्ञात कीजिए|