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एक गैस आदर्श गैस की तरह व्यवहार करती हुई कही जाती है जब कि $\mathrm{PV} / \mathrm{T}=$ स्थिरांक का सम्बंध स्थापित होता है। आप कब कह सकते हैं कि एक वास्तविक गैस एक आदर्श गैस की तरह व्यवहार करेगी?
एक जैसी परिस्थतियों में $\mathrm{A}$ तथा $\mathrm{B}$ प्रत्येक गैस के $50 \mathrm{~mL}$ को एक बारीक छिद्र से विसरित होने में क्रमशः 150 तथा 200 सेकेण्ड लगते हैं। यदि गैस $\mathrm{B}$ का आणिवक द्रव्यमान 36 है तो गैस का आणिवक द्रव्यमान होगा।
$\mathrm{CO}$ तथा $\mathrm{N}_{2}$ के बराबर मोल लेकर एक गैसीय मिश्रण तैयार किया जाता है। यदि मिश्रण का कुल दाब एक एटमास्फीयर पाया गया तो मिश्रण में नाइट्रोजन $\left(\mathrm{N}_{2}\right)$ का आंशिक दाब है।
$129^{\circ} \mathrm{C}$ पर एक $0.03 \mathrm{~m}^{3}$ पात्र में $6.0 \mathrm{~g}$ मीथेन गैस द्वारा लगाया गया दाब है। (परमाणु संहति : $\mathrm{C}=12.01,$ $\mathrm{H}=1.01$ तथा $\left.\mathrm{R}=8.314 \mathrm{JK}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}\right)[2010 \mathrm{(M)}]$