(c) लघु विकास किसी जाति में जीन उत्परिवर्तन व भिन्नताओं के संचयीकरण के कारण होने वाले परिवर्तन की श्रृंखला है। लघु विकास (सूक्ष्म विकास), वह विकास होता है। जिसमें, आकारिकी व कोशिकीय परिवर्तनों के कारण अधिक उन्नत जातियां बनती हैं। समान आधारीय संरचना वाले, विभिन्न कार्यात्मक अंगों का बनना अपसारी विकास कहलाता है।