(b) अनूकूली विकिरण का अर्थ एक ही पूर्वज से विभिन्न जातियों का विकास है। स्तनी विभिन्न जीवन रीतियों हेतु उपयोजित होते हैं। अर्थात वे अनुकूली विकिरण का प्रदर्शन करते हैं। वे वायवीय (चमगादड़), जलीय (क्हेल एवं डाल्फिन्स), बिल खोदने वाले (चूहा) एवं वृक्षीय (बंदर) हो सकते हैं।