एक त्वरित्र (accelerator) प्रयोग में पॉजिट्रॉनों$ \left(e^{+}\right)$के साथ इलेक्ट्रॉनों के उच्च-ऊर्जा संघट्टन पर, एक विशिष्ट घटना की व्याख्या कुल ऊर्जा 10.2 BeV के इलेक्ट्रॉन-पाजिट्रॉन युग्म के बराबर ऊर्जा की दो $\gamma$-किरणों में विलोपन के रूप में की जाती है। प्रत्येक $\gamma$-किरण से सम्बन्धित तरंगदैर्घ्यों के मान क्या होंगे?
(1BeV = 10$^{9} \mathrm{eV})$
Exercise - 11.24
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Similar Questions

  • 1
    सीजियम धातु का कार्य-फलन $2.14 \mathrm{eV}$ है। जब 6 $\times 10^{14} \mathrm{~Hz}$ आवृत्ते का प्रकाश धातु-पृष्ठ पर आपतित होता है, इलेक्ट्रॉनों का प्रकाशिक उत्सर्जन होता है :
    1. उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की उच्चतम गतिज ऊर्जा,
    2. निरोधी विभव और
    3. उत्सर्जित प्रकाशिक इलेक्ट्रॉनों की उच्चतम चाल कितनी है?
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  • 2
    1. एक $0.040 \ kg$ द्रव्यमान का बुलेट जो $1.0 \ km/s$ की चाल से चल रहा है,
    2. एक $0.060 \ kg$ द्रव्यमान की गेंद जो $1.0 \ km/s$ की चाल से चल रही है, और
    3. एक धूल$-$कण जिसका द्रव्यमान $1.0 \times 10^{-9}k$g और जो $2.2$ मी./से. की चाल से अनुगमित हो रहा है, का डी ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य कितना होगा$?$
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  • 3
    दृश्य क्षेत्र में बैंगनी रंग, पीले-हरे रंग तथा लाल रंग के प्रकाश की तरंगदैर्घ्य क्रमशः लगभग 390 nm, लगभग 550 nm (औसत तरंगदैर्घ्य) तथा लगभग 760 nm है।
    1. दृश्य क्षेत्र के निम्न प्रकाश के लिए फ़ोटॉन की ऊर्जा (eV) क्या होगी:
      1. बैंगनी सिरा;
      2. पीले-हरे रंग की औसत तरंगदैर्घ्य; तथा (iii) लाल सिरा $\left(h=6.63 \times 10^{-34} \mathrm{~J} \mathrm{~s}\right.$ तथा $1 \mathrm{eV}=1.6 \times 10^{-19} \mathrm{~J} )$
    2. प्रकाश-संवेदी पदार्थों के लिए दिए गए कार्य-फलनों के मान तथा (I) प्रश्न के (i), (ii) तथा (iii) भागों के परिणामों को उपयोग में लाते हुए क्या आप दृश्य प्रकाश के साथ कार्य कर सकने वाली प्रकाश विद्युत युक्ति का सृजन कर सकते हैं?
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  • 4
    एक नियॉन लैंप से उत्पन्न 640.2 $\mathrm{~nm}$$\left(1 \mathrm{~nm}=10^{-9} \mathrm{~m}\right)$ तरंगदैर्घ्य का एकवर्णी विकिरण टंगस्टन पर सीजियम से निर्मित प्रकाश-संवेदी पदार्थ को विकरित करता है। निरोधी वोल्टता 0.54 V मापी जाती है। स्रोत को एक लौह-स्रोत से बदल दिया जाता है। इसकी 427.2 nm वर्ण-रेखा उसी प्रकाश सेल को विकिरित करती है। नयी विरोधी वोल्टता ज्ञात कीजिए।
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  • 5
    e/m संयोग की क्या विशिष्टता है? हम e तथा m के विषय में अलगअलग विचार क्यों नहीं करते?
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  • 6
    प्रकाश-विद्युत् प्रभाव के एक प्रयोग में प्रकाश आवृत्ति के विरुद्ध अंतक वोल्टता की ढलान 4.12$ \times 10^{-15} \mathrm{Vs}$ प्राप्त होती है। प्लांक स्थिरांक का मान परिकलित कीजिए।
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  • 7
    एक कण, इलेक्ट्रॉन की अपेक्षा तीन गुना अधिक चाल से गति कर रहा है। इस कण की दे ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य का इलेक्ट्रॉन की दे ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य से अनुपात $1.813 \times 10^{-4}$ है। कण के द्रव्यमान का परिकलन कीजिए तथा कण को पहचानिए।
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  • 8
    ऐसा विचार किया गया है कि प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के भीतर क्वार्क पर आंशिक आवेश होते हैं [(+2 / 3) e ;(-1 / 3) e] $\mid$ यह मिलिकन तेल-बूँद प्रयोग में क्यों नहीं प्रकट होते?
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  • 9
    यह दर्शाइए कि वैद्युत चुंबकीय विकिरण का तरंगदैर्घ्य इसके क्वांटम (फोटॉन) के तरंगदेर्घ्य के बराबर है।
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  • 10
    पृथ्वी के पृष्ठ पर पहुँचने वाला सूर्य$-$प्रकाश का ऊर्जा$-$अभिवाह $($फ्लक्स$) 1.388 \times 10^{3}$ वॉट/ मी$^2$ है। लगभग कितने फोटॉन प्रति वर्ग मीटर प्रति सेकंड पृथ्वी पर आपतित होते हैं$?$ यह मान लें सूर्य$-$प्रकाश में फोटॉन का औसत तरंगदैर्घ्य $550\  nm$ है।
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