Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
दर्शाये गये परिपथ में दो सेलों $A$ तथा $B$ का प्रतिरोध नगण्य है, जब $V_A=12 V , R_1=500 \Omega$ तथा $R=100 \Omega$ है तो, गैल्वेनोमीटर $(G)$ में कोई विक्षेप नहीं होता है। $V_B$ का मान है :
निम्नलिखित दो कथनों पर विचार कीजिये
(a) किरचॉंफ का संधि नियम, आवेश-संरक्षण से प्राप्त होता है।
(b) किरचॉंफ का पाश (लूप) नियम, उर्जा-संरक्षण से प्राप्त होता है।
निम्नांकित में से कौन सा ठीक (सही) है?
किसी विभवमापी के परिपथ को चित्र में दिखाये गये अनुसार व्यवस्थिति किया गया है। इस विभवमापी के तार पर विभवपात (प्रवणता) $k$ वोल्ट प्रति सेन्टीमीटर है, और जब द्विमार्गी कुंजी नहीं लगी है (आंफ है) तब, परिपथ में जुड़े एमीटर की माप $1.0 A$ है। जब कुंजी (i) 1 और 2 के बीच लगी होती है तो, संतुलन बिन्दु $l_1 cm$ पर, (ii) और जब कुंजी 1 और 3 के बीच लगी होती है तो, संतुलन बिन्दु $l_2 cm$ पर प्राप्त होता है। तो, $R$ और $X$ प्रतिरोधकों का ओम में प्रतिरोध क्रमशः होगा
किसी बैटरी से जुड़े $2 \Omega$ के प्रतिरोध में $2 A$ विद्युत धारा प्रवाहित होती है। यदि बैटरी $9 \Omega$ के प्रतिरोध में $0.5 A$ की धारा प्रवाहित करती है, तो बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध होगा: