तापयुग्म का व्युत्क्रमण ताप $620^{\circ} C$ है तथा उदासीन ताप $300^{\circ} C$ है। शीतल संधि का ताप क्या है?
[2005]
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$ \theta_{ n }=\frac{\theta_{ c }+\theta_{ i }}{2}$
$\therefore \theta_{ c }=2 \theta_{ n }-\theta_{ i }$
$=2(300)-620$
$=-20^{\circ} C $
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धातु की एक बेलनाकार छड़ अपने दो सिरों पर दो ऊष्मा भंडारों के तापीय सम्पर्क में हैं। यह $t$ समय में $Q$ ऊष्मा का चालन करती है। इस छड़ को पिघलाकर उससे एक अन्य छड़ बना दी जाती है, जिसकी त्रिज्या पहली छड़ की त्रिज्या की आधी है। यदि इस नई छड़ के सिरे उन्हीं ऊष्मा भंडारों के तापीय सम्पर्क में रखा जाय तो, इस छड़ द्वारा $t$ समय में चालित ऊष्मा कितनी होगी?
किसी तारे की त्रिज्या $r$ है। यदि इसकी बाहरी सतह $TK$ ताप की कृष्णिका की भाँति ऊष्मा विकसित करती है तो, इसके केन्द्र से $R$ दूरी पर, प्रति इकाई क्षेत्रफल द्वारा, आपतन की दिशा के लम्बवत्, प्राप्त कुल विकिरण ऊर्जा है
लम्बाई $L$ और एकसमान परिच्छेद क्षेत्रफल $A$ की एक छड़ के दो सिरों को दो तापमानों $T _1$ और $T _2$ ( जबकि $T_1>T_2$ है) पर निरन्तर रखा जा रहा है। स्थिर अवस्था में छड़ में से ऊष्मा के स्थानान्तरण की दर, $\frac{ dQ }{ dt }$ होगी:-
कोई कृष्णिका $5760 K$ ताप पर है। इस पिण्ड द्वारा उन विकिरणों की ऊर्जा, तरंगदैर्घ्य $250 nm$ पर $U _1$, तरंगदैर्ध्य $500 nm$ पर $U _2$ तथा तरंगदैर्ध्य $1000 nm$ पर $U _3$ वीन-नियतांक, $b =2.88 \times 10^6 nmk$ है। नीचे दिया कौन सा संबंध सही है?
एक सेन्टीग्रेड तथा फैरेनहाइट थर्मामीटर को उबलते पानी में रखा गया । फैरेनहाइट थर्मामीटर में पानी का ताप $140^{\circ}$ तक घटाया गया तो सेन्टीग्रेड स्केल में तापमान है:
जल की कुछ मात्रा को $70^{\circ} C$ से $60^{\circ} C$ तक ठंडा होने में 5 मिनट तथा $60^{\circ} C$ से $54^{\circ} C$ तक ठंडा होने में $5$ मिनट लगते हैं, तो जल के आसपास $($परिवेश$)$ का ताप होगा
एक बीकर में गर्म पानी भरा गया है। इसे किसी कमरे में रखा जाता है। यदि इसका ताप $80^{\circ} C$ से $75^{\circ} C t _1$ मिनट में, $75^{\circ} C$ से $70^{\circ} C t _2$ मिनट में होता हो तथा $70^{\circ} C$ से $65^{\circ} C$ तक $t _3$ मिनट में होता है तो:
पत्थर की एक स्लैब ( पाट्टिका) का क्षेत्रफल $0.36 m ^2$ है और उसकी मोटाई $0.1 m$ है। इसकी निचली सतह $100^{\circ} C$ की भाप के सम्पर्क में है और इसकी ऊपरी सतह पर $0^{\circ} C$ की बर्फ की एक स्लैब रखी है, जिससे एक घंटे में $4.8 kg$ बर्फ पिघल जाती है। यदि बर्फ के संगलन की गुप्त ऊष्मा $=3.36 \times 10^5 J kg ^{-1}$ हो तो, पत्थर के स्लैब की ऊष्मा चालकता होगी: