(i) दो विद्युतरोधी आवेषित गोले A तथा B जो आकार में सर्वसम हैं, के केन्द्रों के बीच की दूरी 50 सेमी. तथा दोनों पर पृथक-पृथक $6.5 \times 10^{-7}$ Cआवेष हैं। इसी प्रकार का एक अनावेषित गोला C सर्वप्रथम पहले गोले के सम्पर्क में तत्पष्चात दूसरे गोले के सम्पर्क में लाकर अन्ततः दोनों से हटा लिया जाता है। तब A तथा Bगोलों के मध्य लगने वाले प्रतिकर्षण बल का मान ज्ञात करो।
Question Bank 2024-25
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स्वप्रयत्न
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विधुत फ्लक्स की परिभाषा लिखिए। गाउस के नियम द्वारा किसी एक समान रूप से आवेशित अनन्त विस्तार के सीधे तार - के कारण किसी बिन्दु पर विधुत क्षेत्र की तीव्रता का व्यंजक प्राप्त कीजिए। आवश्यक चित्र बनाइए।
दो वैद्युत आवेश $+ Q$ तथा $Q (x - y)$ तल में क्रमशः बिन्दुओं $(- x_2, 0)$ तथा $(x_1, 0)$ पर रखे हैं। मूल बिन्दु $(0,0)$ पर परिणामी वैद्युत क्षेत्र का परिमाण तथा दिशा ज्ञात कीजिए।
स्थिर वैद्युतिकी के लिए गाउस नियम का कथन लिखिए। चित्र बनाकर एक समान आवेशित अनन्त समतल चादर के कारण इसके नजदीक किसी बिन्दु पर विधुत क्षेत्र के लिए व्यंजक व्युत्पन्न कीजिए।
विधुत क्षेत्र की तीव्रता से क्या अभिप्राय है? इसका मात्रक एवं विमीय सूत्र लिखिए। बिन्दुवत् आवेश के कारण किसी बिन्दु पर विधुत क्षेत्र की तीव्रता का व्यंजक ज्ञात कीजिए। विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E और दूरी r के मध्य आलेख खींचिए।
त्रिज्या R के पतले गोलीय खोल का एकसमान पृष्ठीय आवेश घनत्व $\sigma$ है। इसके कारण निम्नलिखित परिस्थितियों में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का परिकलन कीजिए- (i) खोल के बाहर विद्युत क्षेत्र (ii) खोल के भीतर विद्युत क्षेत्र।
विधुत द्विध्रुव तथा द्विध्रुव आघूर्ण को परिभाषित करते हुए द्विध्रुव की निरक्ष (विषुवतीय तल) पर स्थित किसी बिन्दु पर क्षेत्र की तीव्रता के लिए आवश्यक सूत्र ज्ञात कीजिए।
कूलॉम बल (F) का (r) के साथ विचरण का ग्राफ खींचिये। जहाँ r प्रत्येक आवेश युग्म (1µC, 2C) तथा (2µC, -3µC) के दोनों आवेशों के बीच की दूरी है। प्राप्त ग्राफ की विवेचना कीजिए।