जनसंख्या वितरण- विश्व के भूपृष्ठ पर जिस प्रकार लोग फैले हैं उसे जनसंख्या का वितरण कहते हैं। विश्व के विभिन्न भू-भागों पर जनसंख्या का वितरण काफी असमान है।
जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक- जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक निम्न प्रकार हैं-
(क) भौगोलिक कारक- भौगोलिक विशेषताएँ भी जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करती रहती हैं। जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले प्रमुख भौगोलिक कारक निम्न प्रकार हैं-
(1) स्थलाकृति- सामान्यतः लोग पहाड़ों एवं पठारों की अपेक्षा मैदानों में रहना अधिक पसन्द करते हैं क्योंकि वहाँ की भूमि अधिक उपजाऊ होती है तथा वहाँ अन्य आर्थिक क्रियाएँ भी अधिक होती हैं। अतः मैदान अधिक बसे हुए होते हैं, जैसे भारत में गंगा का मैदान काफी बसा हुआ है।
(2) जलवायु- जो जलवायु लोगों के अनुकूल होती है वहाँ पर अधिक लोग निवास करते हैं जबकि विषम जलवायु वाले प्रदेशों में बहुत कम लोग बसे हुए होते हैं। उदाहरण के लिए सहारा मरुस्थल, रूस के ध्रुवीय प्रदेश, कनाडा और अंटार्कटिक में बहुत कम लोग निवास करते हैं।
(3) मृदा- अधिक उपजाऊ मृदा कृषि हेतु उपयुक्त होती है, अतः ऐसे क्षेत्रों में अधिक लोग निवास करते हैं; जैसे- भारत में गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदान, मिस्र में नील नदी का मैदान आदि।
(4) जल- लोग उन क्षेत्रों में रहने को प्राथमिकता देते हैं जहाँ अलवणीय जल आसानी से उपलब्ध होता है। विश्व की नदी घाटियाँ घने बसे क्षेत्र हैं जबकि मरुस्थल विरल जनसंख्या वाले हैं।
(5) खनिज- जिन क्षेत्रों में खनिज के काफी भण्डार पाए जाते हैं वहाँ पर अधिक जनसंख्या निवास करती है।
(ख) आर्थिक कारक- औद्योगिक क्षेत्र रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं। अतः लोग बड़ी संख्या में इन क्षेत्रों की ओर आकर्षित होते हैं, जैसे- ओसाका (जापान), मुम्बई (भारत) आदि।
(ग) सांस्कृतिक कारक- धर्म और सांस्कृतिक महत्ता वाले स्थान लोगों को आकर्षित करते हैं, जैसे- वाराणसी, येरुसलम, वेटिकन सिटी इत्यादि ।
(घ) सामाजिक कारक- अच्छे आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र अधिक बसे हुए होते हैं, जैसे पुणे (भारत) ।