चावल उत्पादन में सब जगह सफलता के कारण-
अधिक उपज देने वाली चावल की किस्मों का विकास किया गया है।
चावल की रोपाई के लिए तकनीकों में सुधार किया गया है।
ऐसे क्षेत्रों में जहाँ वर्षा कम होती है, सिंचाई को सुनिश्चित किया गया है।
उर्वरकों का प्रयोग अधिक किया गया है जिससे कम समय में शीत ऋतु से पहले की फसल तैयार हो जाती है।