किन विमाओं के लिए किरण प्रकाशिकी लागु होता है?
[1989]
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(d) विमाएं प्रकाश की तरंगदैध्ध्य से बहुत अधिक होनी चाहिए ।
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    एक प्रिज्म का अपवर्तनांक $\sqrt{2}$ तथा आपतन कोण $30^{\circ}$ है। एक समतल को पोलिश कर दिया गया। एक वर्णी प्रकाश तरंग अपने पथ को वापस पार करती है यदि आपतन कोण का मान होगा :
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    $f$ फोकस दूरी और $d$ व्यास के द्वारक वाला एक लैंस, तीव्रता $I$ का एक प्रतिबिम्ब बनता है। लेंस के केन्द्रीय भाग में $\frac{d}{2}$ व्यास के द्वारक को काले कागज से ढक दिया जाता है। लेंस की फोकस दूरी तथा प्रतिबिम्ब की तीव्रता अब क्रमशः होगी
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    प्रकाश की तरंग दैर्ध्य क्या होगी जिसकी आवृत्ति $100 Hz$ है?
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    25 सेमी की समान फोकस दूरी के उत्तल और अवतल लेंसों को जोड़ कर प्राप्त लेंस संयोजन की शक्ति डायोप्टर में होगी:
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    दो माध्यमों $M_1$ और $M_2$ में प्रकाश की चाल क्रमशः $1.5 \times 10^8 m / s$ और $2.0 \times 10^8 m / s$ है। प्रकाश की एक किरण माध्यम $M_1$ से $M_2$ में $i$ आपतन कोण पर प्रवेश करती है। यदि इस किरण का पूर्ण आतंरिक परावर्तन हो जाता है तो, ' $i$ ' का मान है
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    सूर्यकिणणें एक कांच की खिड़की से गुजरने में कितना समय लेगी । कांच की मोटाई 4 मिमी तथा अपवर्तनांक $3 / 2$ है।
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  • 8
    कोई लड़का कागज़ पर एक समउत्तल लैंस द्वारा सूर्य किरणों को फोकस कर आग जलाना चाहता है। लैंस की फोकस दूरी $10 cm$ है। सूर्य का व्यास $1.39 \times 10^9 m$ है और इसकी पृथ्वी से मध्यमान दूरी $1.5 \times 10^{11} m$ है। सूर्य के कागज़ पर प्रतिबिम्ब का व्यास होगा:
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  • 9
    प्रकाश एक $t$ मोटाई तथा $\mu$ अपवर्तनांक के कांच से गुजरता है । यदि प्रकाश का वेग $c$ हो तो प्रकाश को काँच से गुजरने में लगा समय होगा :
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    एक प्रिज्म जिसका कोण $A$ है, के एक समतल पर एक किरण आपतन कोण बनाते हुए आती है तथा वह दूसरे समतल के लम्बवत बाहर निकलती है। यदि प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक $\mu$ हो तो आपतन कोण $i$ का मान लगभग होगा:
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