(c) अनुकूलन सामान्यतः पूर्व उपस्थित भिन्नताओं के चयन के कारण होता है न कि उत्परिवर्तन का भिन्नन के कारण यह डार्विन की प्राकृतिक चयनवाद के मत को समर्थन प्रदान करता है। जे लीडरवर्ग व ई. लेडरवर्ग के प्रतिलिपिकरण के प्रयोग द्वारा इसके आधार को सिद्ध किया गया उन्होंने एक मुख्य प्लेट पर, अर्द्ध ठोस बाध्य अगर संवर्धन माध्यम में जीवाणुओं की कई कोलोनियां तैयार कीं। मुख्य प्लेट से बंध्य वेलवेट हाई की सहायता से हल्के दबाव द्वारा मुख्य प्लेट व अगर प्लेट के विरूद्ध वुडन वोक पर स्थिति की, प्रतिकृतियां तैयार की गयीं। स्ट्रेप्टोमायसिन एन्टी बायोटिक युक्त अनेक बन्धीकृत अगर प्लेटे तैयार की गयी। मास्टर ( मुख्या) प्लेट से इस पर जीवाणु प्रतिस्थापित किये गये। अधिकतर जीवाणु कोलोनी प्रतिलिपिकृत नही हुए तथा मृत हो गये। इसके अतिरिक्त कुछ कोलोनिया जीवित रहीं यह प्रदर्शित करते हुए कि उनमें स्ट्रेप्टोमायसिन की प्रतिरोधकता है। से हल्के दबाव द्वारा मुख्य प्लेट व अगर प्लेट के विरूद्ध वुडन वोक पर स्थिति की, प्रतिकृतियां तैयार की गयीं। स्ट्रेप्टोमायसिन एन्टी बायोटिक युक्त अनेक बन्धीकृत अगर प्लेटे तैयार की गयी। मास्टर ( मुख्या) प्लेट से इस पर जीवाणु प्रतिस्थापित किये गये। अधिकतर जीवाणु कोलोनी प्रतिलिपिकृत नही हुए तथा मृत हो गये। इसके अतिरिक्त कुछ कोलोनिया जीवित रहीं यह प्रदर्शित करते हुए कि उनमें स्ट्रेप्टोमायसिन की प्रतिरोधकता है।