यद्यपि सेना देश का सबसे अनुशासित और भ्रष्टाचार मुक्त संगठन है तथापि देश का शासन सेना को सौंपना लोकतंत्र के विरुद्ध है। सेना के अधिकार निर्वाचित नहीं होते। अत: वे जो कार्य करेंगे अपने हितों के लिए ही करेंगे। जनता के हितों पर उचित ध्यान नहीं देंगे । उनका शासन अधिकतर निरंकुश होता है। सैन्य विरोधियों को आसानी से कुचल डालते हैं।