व्यक्ति एवं समाज को राज्य द्वारा विभिन्न प्रकार के अधिकार प्रदान किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त प्रकृति ने भी हमें कुछ अधिकार प्रदान किए हैं। इन अधिकारों का उपयोग कर व्यक्ति अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास कर सकता है। जैसे—स्वतंत्रता का अधिकार, समानता का अधिकार, जीवन जीने का अधिकार आदि । ये सब अधिकार मानवाधिकार कहलाते हैं। इन अधिकारों की प्राप्ति केवल लोकतंत्र में ही नागरिकों को प्रदान किए जाते हैं।