(c) नामकरण की प्रथम वैज्ञानिक पद्धति बहु पद नामकरण की पद्धति थी जिसमें अनेक लक्षणों से संबंधित नाम होते थे। उदाहरण के लिए केरियोफाइलम का नाम केरियोफाइलम सेक्सेटिलिस फोलिस ग्रेमिनीयस अमबेलेटिस कोरीमबिस था। जिसका अर्थ होता है, केरीयोफाइलम जो चट्टान पर उगते हैं जिसमें घास जैसी पत्तियाँ होती हैं तथा फूल अमबीलेट कोरीम्ब व्यवस्था में होते हैं। इस पद्धति को वैज्ञानिकों ने ज्यादा मन्यता नहीं दी क्योंकि यह याद करने में कठिन होता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए कैरोलस लीनियस ने एक पद्धति विकसित की जिसे द्विनाम नामकरण पद्धति कहते हैं। इसमें जीवों के सही तथा विभेदित नाम दो पदों में रखे हुए हैं जिसमें प्रथम पद वंश तथा दूसरा पद जाति को प्रदर्शित करता है। उदाहारण के लिए आलू का नाम (Solanum tuberosum) सोलेनम ट्यूबरोसम है जिसमें सोलेनम (Solanum) वंश को तथा ट्यूबरोसम (tuberosum) जाति को प्रदर्शित करता है। प्रथम पद का प्रथम अक्षर बड़ा तथा दूसरा पद छोटे अक्षरों में लिखा जाता है।