(c) नेत्र गोलक की बाह्य परत तन्तुमय प्रकृति की होती है। इसका दो तिहाई हिस्सा अपारदर्शक तथा नेत्रआर्बिट में पाया जाता है जिसे स्केलेरा (दृढ़ पटल) कहते हैं। शेष एक तिहाई हिस्सा पारदर्शक व कार्निया निर्माण में भाग लेता है। कार्निया में रक्त की आपूर्ति नहीं होती