‘मॉडर्न स्कूल ऑफ आर्टिस्ट्स’ से जुड़े भारतीय कलाकारों ने राष्ट्रीय कला को प्रोत्साहित करने के लिए यथार्थवादी विषयों (चित्र-12, ‘मेरी माँ’ – अवनीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा चित्रित), ऐतिहासिक एवं पौराणिक ‘ विषयों को अपनी चित्रकारी का विषय बनाया । जैसे चित्र-13 कालिदास की.
कविता का निर्वासित यक्ष, अवनिंद्रनाथ द्वारा बनाया गया यह चित्र जापानी । . जलरंग की तस्वीरों में देखा जा सकता था और चित्र-14 जातुगृह दाह यानी पांडवों के वनवास के दौरान लाक्षागृह के जलने का चित्र । यह चित्र अजन्ता के चित्र शैली से प्रभावित था और नन्दलाल बोस नामक चित्रकार के द्वारा बनाया गया था।