(c) अनेक आधुनिक जैव वैज्ञानिक टैक्सोनोमी में जैव विकास तथा जीवों के जातीय संबंधों को जोड़ते हैं। वे बाह्या संरचना की समानता तथा असमानता पर ध्यान नहीं देते हैं। इस वर्गीकरण को जातिवृत्तीय वर्गीकरण कहते हैं। इस वर्गीकरण को क्लेडिस्टिक भी कहते हैं। इस प्रकार एक नई वर्गिकी (New systematics) का विकास हुआ जिसे जूलियन हैक्सले ने 1940 में शुरू किया। इसे जैव वर्गिकी भी कहा जाता है। इसमें पारिस्थितिकी, कार्यिकी, जैव रसायन, कोशिका विज्ञान, आनुवांशिकी इत्याद् के सभी लक्षणों को सम्मिलित किया जाता है।