(c) स्पोरोजिनस ऊतक सदैव द्विगुणित होते हैं एण्डोथेसियम पुंग भित्ति की दूसरी परत होती है। ये सुरक्षा का कार्य करते हैं तथा परागकण के मुक्त होने के लिए पुमंग के प्रस्फुटन में सहायता करते हैं। परागकण के बाहरी कठोर परत को एक्सान कहा जाता है परन्तु टैपिटम सदैव विकासशील परागकणों को पोषण प्रदान करता है। टैपिटम की कोशिकाओं में गाढ़ा जीवद्रव होता है तथा इसमें सामान्यतया एक से अधिक केन्द्रक होते हैं।