(a) पात्र निषेचन (In vitro fertilization)एक ऐसी विधि है जिसमें/जहां अण्डाणु का निषेचन मां के गर्भ के बाहर होता है। इस विधि का प्रयोग अनुर्वरता के उपचार के रूप में किया जाता है। इस विधि में सर्वप्रथम मादा ovariesसे अण्डाणुओं को पृथक किया जाता है। इसके पश्चात इस अण्डाणु का निषेचन टेस्ट ट्यूब के तरल द्रव में रखे शुक्राणु के साथ कराया जाता है। निषेचन के पश्चात् बने युग्मज (जाइगोर) को विकसित होने के लिए एक सप्ताह तक छोड़ दिया जाता है। 8 कोशिका अवस्था वाले प्रारंभिक भ्रूण या युग्मज को फैलोपियन ट्यूब में स्थानांतरित कर दिया जाता है ताकि उसका उत्तरोतर विकास हो सके। यदि भूरण 8 से अधिक बलास्टोमियर वाला हो तो उसे सिर्फ गर्भधारण/ pregnancyके लिए uterus में स्थानांतरित कर दिया जाता है। मां के शरीर के बाहर होने वाले इस निषेचन से गर्भ में पलने वाले बच्चे को टेस्ट ट्यूब बेबी कहते हैं।