परागकणों का बाह्य चोल स्पोरोपोलेनिन का बना होता है। स्पोरोपोलेनिन सर्वाधिक ज्ञात प्रतिरोधक सामग्री है। यह उच्च ताप, अम्ल व क्षारों के प्रभाव को सहन कर लेता है। इसे अपघटित करने वाले किसी एन्जाइम का अभी पता नहीं लगा है। अतः परागकण स्पोरोपोलेनिन के कारण भौतिक व जैविक अपघटन से सुरक्षित रहते हैं जिसके कारण परागकण जीवाश्म रूप में परिरक्षित पाये जाते हैं।