पांच लघु बीजाणु मातृ कोशिकाओं से बीस (20) लघुबीजाणु (परागकण) बनेंगे क्योंकि लघु बीजाणु मातृ कोशिकाओं में अर्द्धसूत्री विभाजन के फलस्वरूप परागकण या लघुबीजाणु बनते हैं तथा एक द्विगुणित कोशिका में एक पूरा अर्द्धसूत्री विभाजन होने पर चार अगुणित कोशिकाएं बनती है। अतः पाँच लघु बीजाणु मातृ कोशिकाओं में अर्द्धसूत्री विभाजन होने पर बोस (5 x 4 = 20) लघुबीजाणु बनेंगे।
क्योंकि एक लघु बीजाणु मातृ कोशिका से बनने वाले लघुबीजाणुओं की
संख्या = 4 है। इसलिए पाँच लघु बीजाणु मातृ कोशिकाओं से बनने वाले लघु बीजाणुओं की संख्या होगी=
4 × 5 = 20 परागकण। (या लघुबीजाणु)