कम उपयोग- इसका अर्थ है कि हमें कम से कम वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए। उदाहरणार्थ हम बिजली के पंखों तथा बल्बों का स्विच बन्द करके बिजली की बचत कर सकते हैं।
पुनः चक्रण- इसका अर्थ है कि हमें प्लास्टिक, कागज, काँच, धातु की वस्तुएँ तथा ऐसे ही पदार्थों का पुनः चक्रण करके उपयोगी वस्तुएँ बनानी चाहिए।
उदाहरणार्थ-प्लास्टिक के कप तथा बाल्टियाँ, काँच के गिलास आदि ।
पुनः उपयोग- यह पुनःचक्रण से भी अच्छा तरीका है क्योंकि पुनःचक्रण में कुछ ऊर्जा व्यय होती है। इस तरीके में हम किसी वस्तु का बारम्बार उपयोग करते हैं।
उदाहरणार्थ- लिफाफों तथा विभिन्न खाद्य पदार्थों के साथ आई प्लास्टिक की थैलियों को फेंकने की अपेक्षा फिर से उपयोग में ला सकते हैं।