शहरों में कई तरह के व्यवसाय किये जाने से यहाँ हर वर्ग के लोग रहते हैं। शहरों में व्यापारी, शिल्पकार, शासक, अधिकारी, कामगार, मजदूर, बुनकर, जुलाहे प्रायः हर वर्ग के लोग रहते हैं। पर वहाँ मुख्य तौर पर तीन वर्ग दिखते हैं। एक तो बहुत अमीर लोग जो शासन या व्यापार से जुड़े होते हैं। दूसरे, मध्य वर्ग जो कि शासन से जुड़े अधिकारी या कर्मचारी होते हैं और तीसरे मजदूर या घरों में काम करने वाले कामगार और अन्य बेहद गरीब लोग । अमीर लोग सुविधा सम्पन्न घरों या आलीशान, भवनों में रहते हैं जबकि गरीब लोग झुग्गी-झोंपड़ियों में, जहाँ सुविधा बिल्कुल नगण्य होती है।