समीकरण, $\mathrm{E}=-2.178 \times 10^{-18} \mathrm{~J}\left(\frac{Z^{2}}{n^{2}}\right),$ पर आधारित कुछ निष्कर्ष लिखे हैं, इनमें से कौन-सा सही नहीं है?
[2013]
Download our app for free and get started
(c) केन्द्रक से अन्नत दूरी पर स्थित एक इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा शून्य होती है। जैसे-जैसे इलेक्ट्रान केन्द्रक के नजदीक आता है, इलेक्ट्रॉन में आकर्षण बढ़ने लगता है तथा इस कारण से इलेक्ट्रान की ऊर्जा में ह्वास होने लगता है, इस प्रकार यह ऋणात्मक हो जाता है। इस प्रकार जैसे-जैसे $\mathrm{n}$ का मान घटने लगता है (कक्षक में कमी ), वैसे-वैसे इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा की ऋणात्मक में वृद्धि होती है।
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
$0.66 \mathrm{~kg}$ की एक गेंद $100 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ की गति से चल रही है।इससे सम्बंधित तरंगदेर्ध्य होगी $\left(\mathrm{h}=6.6 \times 10^{-34} \mathrm{Js}\right)$
एक पदार्थ के प्रत्येक अणु $\left(\mathrm{A}_{2}\right)$ $4.0 \times 10^{-19} \mathrm{~J}$ द्वारा शोषित ऊर्जा है $4.0 \times 10^{-19} \mathrm{~J}$ और बंध ऊर्जा प्रति ऊर्जा अणु है $4.0 \times 10^{-19} \mathrm{~J}$ । अणु की गतिज ऊर्जा प्रति परमाणु होगी:-
एक इलेक्ट्रॉन और एक हीलियम परमाणु दोनों की स्थिति $1.0 \mathrm{nm}$ के अन्तर्गत ज्ञात है। पुन: इलेक्ट्रॉन का संवेग $5.0 \times 10^{-26} \mathrm{~kg} \mathrm{~ms}^{-1} \quad$ है। हीलियम परमाणु के संवेग मापन में निम्नतम अनिश्चिता है:
प्लैंक स्थिरांक का मान $6.63 \times 10^{-34} \mathrm{Js}$ है। प्रकाश की गति $3 \times 10^{8} \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ है। निम्न में से कौन सा मान प्रकाश के क्वांटम की तरंगदैध्य के ( नैनोमीटर में ) सबसे नजदीक है जिसकी आवृत्ति $8 \times 10^{-15} \mathrm{~s}^{-1}$ है?