(a) Cu-T- इनसे मुक्त होने वाले कॉपर आयन शुक्राणुओं की गतिशीलता व शुक्राणुओं की निषेचन क्षमता का दमन करते हैं। ये युक्तियां गर्भाशय में शुक्राणुओं की भक्षकाणु क्रिया को बढ़ाते हैं।
(b) सहेली-ये अण्डोत्सर्ग व रोपण को संदमित करती है। ये गर्भाशय ग्रीवा की श्लेष्मा की गुणवत्ता बदलकर शुक्राणुओं के प्रवेश को रोकती है।